बहरूपिया गधा – आपको ईमानदारी से काम क्यों करना चाहिए इस की वजह जाननी हो तो यह स्टोरी पढ़ लो. (Bahurupiya Gadha story in hindi)
बहरूपिया गधा कहानी –
एक गांव में एक धोबी रहता था. धोबी हर दिन गांव में से कपड़े इकट्ठा करता था. वह गधे पर रंग देता था और धोने के लिए नजदीक वाले तालाब पर पहुंच जाता था. तालाब में कपड़े धो कर फिर से वह उस गधे पर रख देता था और घर लेकर आता था.
ऐसा उसका हर दिन चलता था. गांव में सूखा पड़ने के कारण गधे को खाने के लिए घास नहीं मिलती थी. गधा दिन प्रतिदिन बीमार पड़ रहा था. अब ऐसा वक्त आ गया था की गदा चल नहीं पाएगा.
गांव में दूसरी तरफ घास थी. लेकिन वह गाय और भैंसों को चरने के लिए थी. वहां पर अगर गधा चरते हुए दिखाई देता, तो वहां के गाय और भैंसों के मालिक उसे भगा कर वापस भेज देते थे.
गधे की भूख नहीं मिट रही थी. गधा और उसका मालिक दोनों परेशान थे. इस परेशानी का हल कैसे निकाला जाए. दूसरी तरफ गधे के मालिक का गुजारा बस इसी काम से चल जाता था तो वह गधे को छोड़ भी नहीं सकता था.
बड़े नाम का चमत्कार
एक दिन कपड़े धोते वक्त गधे के मालिक को पास में एक मरे हुए प्राणी की बदबू महसूस हुई. उसने पास जाकर देखा तो वहां पर एक शेर मरा था. उसने पास जाकर देखा तो बदबू काफी तेज हो गई थी. उसके दिमाग में एक योजना आ गई. उसने उसकी खाल निकाली और गधे पर बिठाकर वह घर लेकर आया.
शाम को उसने वह खाल गधे को पहनाई और गधे को घास चरने के लिए छोड़ दिया. शेर की पहने हुए खाल पहनकर दूर से गधा भी शेर लग रहा था. जब वह घास खा रहा था. तब वहां पर निगरानी करने वाला एक आदमी उसे देख लेता है और शेर समझ कर भाग जाता है.
ऐसे ही कई दिन बीत जाते हैं. अब गधे की सेहत अच्छी बन रही थी. घास खाने के वक्त बड़ी हुई सेहत के कारण अब गधे को वह खाल ठीक से बैठ नहीं रही थी. एक दिन घास खाते हुए उसकी वह खाल नीचे गिर गई. वह गधे के रूप में वहां पर निगरानी करने वाले इंसान के सामने आ पहुंचा.
बगुला भगत
उसे लगा कि, वह इंसान उसे देख कर डर कर भाग जाएगा, लेकिन इसके विपरीत ऐसा हुआ कि उसने उसे जोर से मारना चालू कर दिया. उसने अपने साथियों को भी वहां पर बुलाया और गधे की जोरदार पिटाई की.
गधे को पीटते हुए देखकर उसका मालिक उसके पास आया और उसके जीवन की भीख मांगने लगा. गांव के लोगों ने उसको और गधे को गांव से भगा दिया.
सीख – आप कितने भी चतुराई से कोई भी काम कर लो एक दिन आप कुछ ना कुछ पीछे जरूर छोड़ देते हो. ईमानदारी और सच्चाई से कमाई हुई चीज जीवन भर साथ देती है लेकिन बेईमानी से और चतुराई से कमाई हुई गलत चीज भी तुरंत साथ छोड़ देती है.