रंग में भंग – हिंदी स्टोरी

रंग में भंग – दुनिया में आपको किन लोगों से बचकर रहना है यह आपको इस कहानी से पता चलेगा (Rang Me bhang Story in hindi)

रंग में भंग – हिंदी कहानी

एक जंगल था. जंगल में सभी पंछी एक दूसरे के साथ सहयोग से रहते थे. पंछियों के राजा गरुड़ जी थे. जो ऊंची पर्वत की ऊंची टहनी पर रहते थे. एक दिन जंगल में पंछियों के बीच में एक समस्या आई. समस्या का निवारण करने के लिए पंछियों के राजा गरुड़ जी को बुलाने के लिए पंछी चले गए.

लेकिन राजाजी पहाड़ के ऊपर की तरफ पर बैठे हुए थे. इसीलिए कोई उन तक नहीं पहुंच सका. सभी पंचों ने मिलकर निर्णय लिया कि गरुड़ जी हमारी सहायता के लिए हमें नहीं मिलते हमें किसी और को राजा चुनना चाहिए.

सभी पंछियों में एक सभा हुई और उन्होंने सभी से राय पूछी की आपको राजा के रूप में कौन पसंद है. सभी पंछियोंने अपनी अपनी राय दी किसी ने कहा सारस को राजा बनाइए, तो किसी ने कहा मोर को राजा बनाइए. लेकिन ज्यादातर पंछियों का कहना था के उल्लू को राजा बनाया जाए.

मूर्ख बातूनी कछुआ

उल्लू एक चतुर पंछी है. इसी के साथ साथ लक्ष्मी माता जी का उल्लू पर वरद हस्त है. इसलिए हमें कभी भी किसी चीज की कमी नहीं होगी. हमें उल्लू को ही राजा बनाना चाहिए ऐसा सब पंछियों ने निर्णय लिया.

उल्लू जी से खुद को राजा बनाने पर उनकी राय देने के लिए कहा गया. तभी उल्लू जी ने कहां कि मुझे राजा बनाने के लिए मेरे सब का आभार व्यक्त करता हूं. मैं अपने दिल से और पूरी मनोभाव से आप सब की सेवा में अपना पूरा जीवन वितरित करने का प्रयास करूंगा.

सब लोग नए राजा के चुने जाने पर आनंद में थे. तभी वहां अचानक कौवा आ गया. उसने सभी पक्षियों से कहा कि आपने राजा का चयन किया लेकिन मुझे बुलाया तक नहीं. इस पर सभी पंछियोंने कहा हमने सभी को निमंत्रण दिया था लेकिन आप में से कोई नहीं आया.

कौवा भड़क गया था. उसे उल्लू का राजा बनाना बिल्कुल पसंद नहीं आया था. वह चाहता था कि उल्लू किसी भी कारण से पंछियों का राजा ना बने. इसलिए उसने सभी पंछियों को बहकाना चालू कर दिया.

मूर्ख को सीख

उसने सभी पंछियों को कहा उल्लू हमारा राजा बनने के लायक नहीं है. वह दिन में सोता है और रात में जागता है. इसके विपरीत हम सभी दिन में जागते और रात को सोते हैं. अगर हमारे सामने कोई भी मुसीबत आती है और हम राजा के पास जाते हैं तो वह सोया हुआ हमें मिल जाएगा.

सभी पंछियों को यह बात समझ आ गई थी. एक एक कर सभी पंछी कौवे की तरफ हो गए. अंत में सिर्फ उल्लू ही बचा. सबने उल्लू को राजा बनाने से इंकार कर दिया. इस प्रकार कौवे की चतुराई की वजह से उल्लू राजा ना बन सका. इसी कारण से कौवे और उल्लू में तब से दुश्मनी पनप गई जो अभी तक कायम है.

सीख – आपको जीवन में आगे जाने में रोकने वाले बहुत मिलेंगे आपको उनसे बचकर रहना चाहिए.

सच्चे मित्र

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